भारत में हर वर्ष 14 नवंबर को ‘ बाल दिवस ‘ मनाया जाता है । यह दिवस भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के जन्मदिवस पर उन्हें सम्मान स्वरूप मनाया जाता है । नेहरू बच्चों के प्रति अपने स्नेह के लिए जाने जाते थे । बच्चे उन्हें प्यार से ‘ चाचा नेहरू ‘ कहते थे । वर्ष 1964 से पहले भारत में 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता था । वर्ष 1964 में नेहरू की मृत्यु के बाद यह दिवस 14 नवंबर को मनाया जाने लगा । गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र 20 नवंबर को बाल दिवस मनाता है । जवाहरलाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर , 1889 को हुआ था । वे 15 अगस्त , 1947 से 27 मई , 1964 तक स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री रहे- एक सक्षम प्रशासक होने के साथ – साथ नेहरू ने भारत में कुछ प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों- एम्स , आईआईटी और आईआईएम की स्थापना में महती भूमिका निभाई । उन्होंने बच्चों के लिए स्वदेशी सिनेमा बनाने के लिए वर्ष 1955 में ‘ इंडिया चिल्ड्रन फिल्म सोसाइटी ‘ की स्थापना की थी ।

वैश्विक स्तर पर बाल दिवस :-
बाल दिवस की शुरुआत वर्ष 1857 में अमेरिका से डॉ . चार्ल्स लियोनार्ड ‘ ने की थी । दुनिया के अधिकांश देश 1 जून को बाल दिवस मनाते हैं , लेकिन बड़े स्तर पर 20 नवंबर को बाल दिवस मनाया जाता है । 20 नवंबर को वर्ष 1959 में संयुक्त राष्ट्र महासभा ने बाल अधिकारों की घोषणा को अपनाया इस दिवस का उद्देश्य दुनियाभर में बच्चों के बीच जागरूकता और वैश्विक एकजुटता को बढ़ावा देना व बच्चों की कल्याण संबंधी कार्ययोजना में सुधार करना है ।
भारत में बाल अधिकार संबंधी संवैधानिक प्रावधान :-
भारतीय संविधान के अनुसार , बच्चों के अधिकारों में निम्न कुछ शामिल हैं • 6-14 आयु वर्ग के सभी बच्चों के लिए निःशुल्क और अनिवार्य प्रारंभिक शिक्षा का अधिकार • किसी भी खतरनाक रोजगार से सुरक्षा का अधिकार • बचपन की देखभाल और शिक्षा का अधिकार • स्वस्थ तरीके से विकसित होने के लिए समान अवसरों और सुविधाओं का अधिकार • स्वतंत्रता और गरिमा का अधिकार है।