साइबर सुरक्षा चिंता का विषय क्यों है ?

आज इंटरनेट , कंप्यूटर , स्मार्ट फोन तथा संचार प्रौद्योगिकी के अन्य उपकरण हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन गए हैं । कल्पना कीजिए कि हम अपने प्रत्येक दिन का कितना समय इन स्मार्ट उपकरणों का उपयोग करने पर खर्च करते हैं । हम ने Google , Emails , WhatsApp , Twitter , Facebook इत्यादि जैसे इंटरनेट संचार माध्यमों को अपनी दैनिक गतिविधियों का एक अभिन्न हिस्सा बना लिया है किंतु हम में से अधिकांश लोग साइबर सुरक्षा एवं स्वयं को साइबर अपराधों से बचाने के लिए आवश्यक सुरक्षा उपायों के प्रति अनभिज्ञ हैं ।
क्या आप जानते हैं कि जो भी सूचना या व्यक्तिगत जानकारी – इंटरनेट पर साझा की जाती है वह हमेशा के लिए वहां मौजूद रहती है क्योंकि सूचना को पूरी तरह डिलीट करना अत्यंत कठिन है ?

साइबर अपराध क्या हैं ?
साइबर अपराध ऐसे अपराध होते हैं जो कम्प्यूटर , इंटरनेट या मोबाइल टेक्नोलॉजी का उपयोग करके व्यक्तियों , कंपनियों या संस्थानों के प्रति किए जाते हैं साइबर अपराधी सोशल नेटवर्किंग साइटों , ईमेल , चैट रूम , नकली सॉफ्टवेयर , वेबसाइटों इत्यादि जैसे प्लेटफॉर्मों का उपयोग पीड़ितों पर हमला करने के लिए करते हैं । बच्चे भी विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों के शिकार हो सकते हैं
” भारतीय कम्प्यूटर आपातकालीन कार्रवाई दल ( सीईआरटी – इन ) के अनुसार वर्ष 2017 के दौरान भारत में 53000 से अधिक साइबर सुरक्षा संबंधी घटनाओं की सूचना प्राप्त हुई । “
क्या आप जानते हैं साइबर हमले और अधिक जटिल तथा परिष्कृत होते जा रहे हैं तथा इनका लक्ष्य फोन नं . , पता , फोटोग्राफ , बैंक संबंधी विवरण इत्यादि जैसी व्यक्तिगत जानकारी को चुराना है । साइबर अपराधियों द्वारा आपकी इस व्यक्तिगत जानकारी का उपयोग आपके खिलाफ कई तरीकों से किया जा सकता है जैसे कि जाली प्रोफाइल बनाकर , साइबर खतरा देकर ।
मित्रों , चिंता न करें , एहतियात बरतकर तथा सजग रहकर आप स्वयं को साइबर अपराधों से बचा सकते हैं मैं हूं आपका साइबर दोस्त और मैं आपकी विभिन्न प्रकार के साइबर अपराध को समझने तथा उन सावधानियों को अपनाने में मदद करूंगा जो साइबर अपराध के शिकार बनने के खतरे को कम करने के लिए आपको अपनानी चाहिए ।

साइबर खतरे जो किसी को भी प्रभावित कर सकते हैं?
साइबर खतरे वे ऐसे विभिन्न तरीके हैं जिनका उपयोग इंटरनेट या मोबाइल टैक्नोलॉजी का उपयोग करके हमें हानि पहुंचाने के लिए किया जा सकता है ।
क्या आप जानते हैं हैकर ऐसा कोई भी व्यक्ति हो सकता है जो अनपेक्षित उपयोग के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग / दुरुपयोग करके व्यक्तियों को वित्तीय हानि / उनकी प्रतिष्ठा को क्षति पहुंचाने के लिए करता है । हैकर्स आपके कम्प्यूटर को क्षति पहुंचाने तथा आपके डाटा तक पहुंच बनाने के लिए मालवेयर्स , वायरस या ट्रोजंश का उपयोग कर सकते हैं ।
साइबर अपराधी हमारी संवेदनशील सूचना तक अनधिकृत पहुंच बनाना चाहते हैं अधिकांश मामलों में साइबर अपराधी स्पष्ट उद्देश्य के लिए अटैक करते हैं जिसकी लिए वे सबसे प्रभावी तरीकों को उपयोग करते हैं ।
साइबर अपराधियों द्वारा प्रयोग किए जाने वाले कुछ सामान्य तरीके निम्नलिखित हैं :
ई – मेल स्पूफिंग :-
आपको ऐसे ई – मेल भेजकर जो वास्तविक लगे तथा विश्वसनीय ई – मेल आई डी से भेजा गया लगे किंतु वास्तव में ऐसा नहीं होता ।
द्वेषपूर्ण फाइल एप्लीकेशन :-
आपके स्मार्टफोन तथा व्यक्तिगत डाटा तक पहुंच बनाने के लिए सीधे मैसेज भेजना , गेमिंग , ई – मेल और वेबसाइट के द्वारा आपको द्वेषपूर्ण तथा ए एप्लीकेशन और फाइल भेजना ।
सामाजिक इंजीनियरिंग :-
सामाजिक इंजीनियरिंग एक ऐसी तकनीक है जिसका प्रयोग साइबर अपराधियों द्वारा आपसे जानकारी प्राप्त करने के लिए आपका विश्वास जीतने के लिए किया जाता है । आपकी जानकारी प्राप्त करने तथा / अथवा आपको कुछ नुकसान पहुंचाने के लिए साइबर अपराधी आपसे सम्प्रेषण स्थापित करने का प्रयास करने के लिए इस बात का प्रयोग करता है कि आपको सबसे अधिक क्या पसंद है । मान लीजिए आपको ऑनलाइन गेम खेलना पसंद है , बहरूपिया एक अन्य बच्चे की तरह व्यवहार करेगा तथा आपको बातचीत तथा जानकारी साझा करने के लिए आमंत्रित करेगा ।
साइबर बुलिंग :-
इलेक्ट्रोनिक तथा संचार माध्यमों जैसे कंप्यूटर , मोबाइल फोन , लैपटॉप इत्यादि का प्रयोग करके किसी को प्रताड़ित या बुली करने का एक प्रकार है ।
पहचान चुराना :-
वित्तीय लाभ के लिए अथवा किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर / सहयोगियों के नाम पर ऋण लेने या अन्य लाभ प्राप्त करने के लिए किसी व्यक्ति की पहचान को जान – बूझकर क्षति पहुंचाना ।
( जॉब फ्रॉड ) नौकरी से संबंधित जालसाजी :-
किसी कर्मचारी अथवा भावी कर्मचारी द्वारा अपने नियोक्ता के प्रति धोखाधड़ी या कपटपूर्ण निरूपण करना।
बैंकिंग फ्रॉड :-
स्वयं को बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान के रूप में प्रस्तुत करके जमाकर्ता के खाते से धोखाधड़ी करके धन प्राप्त करना ।